पुरूस्कार और प्रशंसा
अपेक्षा का विषय नही है।
इस पर जबरिया हकदारी सिद्ध भी नहीं हो सकती
हकदार बनने के लिए सामर्थ्यवान होने का अवसर
जीवन में अवश्य आतें हैं ....!!
सामर्थ्य जुटाएँ अपने आप को आगे बढाएं
प्रथम ब्लाग , की टेस्ट प्रविष्टी के लिए आपका स्नेह वांछित है.